
आप केवल अपनी कुंडली ही नहीं अपने हाथो की रेखाओ (hast rekha)को देखकर भी यह जान सकते है की आपका भविष्य कैसा होने वाला है. यदि आपकी हाथ की रेखाओ में राजयोग का संयोग है तो समझ लीजिये की शीघ्र ही आप धनवान एवं सफल होने वाले है.
और यह आप खुद जान सकते है की आपके हाथ की रेखाओ में राजयोग है की नहीं. हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार हमारे हाथो में अनेक ऐसे चिन्ह होते जो अत्यंत शुभ माने जाते है, जिनके अनुसार एक व्यक्ति के बारे में पता चलता है की उसके भाग्य में राजयोग लिखा है की नहीं.
जैसे हथेली में शनि पर्वत पर त्रिशूल का निशान, यदि इसके साथ ही आपके भाग्य रखा को छूती हुई एक रेखा चन्द्र पर्वत तक पहुचती है तो ये और भी अधिक शुभ माना जाता है. इस प्रकार के व्यक्ति को उच्च पद की प्राप्ति होती है.
इस प्रकार के व्यक्ति के भाग्य में सरकारी जॉब की प्राप्ति का योग होता है, तथा यह व्यक्ति समाज से सम्मान प्राप्त करता है.
जिन व्यक्तियों के हथेली में हल अथवा तलवार का निशान बना होता वह बहुत ही भग्यशाली माना जाता है. ऐसे निशान व्यक्तियों के हथेली में होने पर बहुत ही शुभ फल प्रदान करने वाले होते है.
जिन व्यक्तियों के हाथ में इस प्रकार के निशान होते है वह बहुत है धनवान होते है उन्हें कभी भी धन की समस्या से गुजरना नहीं पड़ता.
यदि हथेली में मंगल पर्वत उच्चा हो साथ में मष्तिष्क रेखा दो भागो में सिरे पर बट रहा हो तथा कनिष्ठा ऊँगली सबसे लंबी हो तो वह व्यक्ति अपने जन्म के साथ राजयोग लेकर पैदा हुआ होता है. वह व्यक्ति सरकारी पद में भी सबसे उच्चा स्थान प्राप्त करता है और धनवान होता है.
अपने हथेली में अनामिका रेखा के पास से चलती हुई रेखा को देखिये अगर यह रेखा आपके मस्तिष्क रेखा से होते हुए गुजर रही है व मस्तिष्क रेखा के सिरे झुककर गुरु पर्वत पर आ रही हो तो समझ लीजिये की इस प्रकार का व्यक्ति अपना जीवन एक राजा के समान जियेगा.
इस प्रकार के व्यक्ति को राजनीतिक क्षेत्र में सफलता मिलने संयोग होता है.
यदि आपकी हथेली में भाग्य रेखा और बुध रेखा सीधी एवं स्पष्ट है व साथ ही हथेली में गुरु पर्वत और सूर्य पर्वत उच्चा है तो इस प्रकार के व्यक्ति के भाग्य में राजयोग बनने का संयोग बनाता है. ऐसी स्थिति में वह व्यक्ति सरकारी क्षेत्र में उच्च पद की प्राप्ति करता है.
हथेली में मछली के निशान का होना भी अत्यंत शुभ माना जाता है इस प्रकार के व्यक्ति को कभी भी आर्थिक समस्या का समाना नहीं करना पड़ता. इसके साथ ही मंदिर एवं छाता के निशान भी हाथ में होना अत्यंत शुभ माना गया है.