
व्यक्ति अपने किसी परेशानी से बचने के लिए कर्ज या ऋण लेता है परन्तु कभी-कभी यह कर्ज उस व्यक्ति के जिंदगी में मुश्किलें पैदा कर उसके जिंदगी में अनेको परेशानियों का सबब बन जाता है. कर्ज अथवा ऋण के बोझ में दबकर मनुष्य अपनी पूरी जिंदगी बर्बाद कर देता है. कर्ज मुक्ति (karz mukti ke upay ) हेतु आइए जानें कुछ सरल और कुछ कठिन, लेकिन अचूक उपाय .
नोट : चर लग्न जैसे- मेष, कर्क, तुला व मकर में कर्ज लेने पर शीघ्र उतर (karz mukti ke upay ) जाता है. लेकिन, चर लग्न में कर्जा दें नहीं. चर लग्न में पांचवें व नौवें स्थान में शुभ ग्रह व आठवें स्थान में कोई भी ग्रह नहीं हो, वरना ऋण पर ऋण चढ़ता चला जाएगा.
ऋण उतारने के लिए (karz utarne ka tarika):- एक नारियल ले तथा इसमें चमेली का तेल मिले सिंदूर से स्वस्तिक चिन्ह बनाओ. लड्डू व गुड-चना का भोग हनुमान जी के मंदिर में जाकर चढ़ाए तथा ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें. तुरत लाभ प्राप्त होगा.
दूसरा उपाय शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक नारियल पर लपेट लें. इसका पूजन करें और उसको नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें. साथ ही भगवान से ऋण मुक्ति (karz mukti ke upay ) के लिए प्रार्थना करें.
भोम प्रदोष करें:- हर माह में आने वाले दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.अलग अलग दिन पड़ने वाले इन प्रदोष व्रतों की महिमा अलग अलग होती है. प्रत्येक वार को आने वाले ये प्रदोष व्रत के महिमा के प्रभाव से अलग लाभ प्राप्त होते है.
मंगलवार को आने वाले इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं.
इस दिन स्वास्थ्य सबंधी तरह की समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है. इस दिन प्रदोष व्रत विधिपूर्वक रखने से कर्ज से छुटकारा मिल जाता है.
मंगल एवं बुध का उपाय :- मंलवार के दिन भातपूजा, दान, होम और जप आदि करना चाहिए, मंगल और बुध को कभी भी कर्ज का लेन देन ना करें. तथा प्रत्येक दिन हनुमान अष्टक का पाठ सात बार करें. अगर प्रतिदिन करना सम्भव ना हो तो मंगलवार के दिन अवश्य करना चाहिए .
* ऋण की किश्तों को मंगलवार के दिन ही अदा करें.ऐसा करने से कर्ज शीघ्र ही समाप्त हो जाता है.
* किसी भी महीने की कृष्णपक्ष की 1 तिथि, शुक्लपक्ष की 2, 3, 4, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13 पूर्णिमा व मंगलवार के दिन उधार दें और बुधवार को कर्ज लें.
* बुधवार को सवा पाव मूंग उबालकर घी-शक्कर मिलाकर गाय को खिलाने से शीघ्र कर्ज से मुक्ति मिलती है.
* वास्तुदोष नाशक हरे रंग के गणपति मुख्य द्वार पर आगे-पीछे लगाएं.
* कहा जाता है कि भोजन में गुड़ का प्रयोग भी इस दृष्टि से अति उत्तम है.
* प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें.
ऋणमोचक मंगल या गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र का पाठ करें:- यदि आप कर्ज से घिरे रहते है तो इसका सबसे उत्तम उपाय है प्रतिदिन ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करना. यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से आरम्भ करना चाहिए. वैसे तो इस पाठ को प्रतिदिन करना चाहिए परन्तु यदि किसी कारण वश आप इस पाठ को प्रतिदिन करने में असमर्थ है तो मंलवार को यह पाठ अवश्य करना चाहिए.
karz mukti ke upay
इसके अलावा कर्ज-मुक्ति (karz mukti ke upay ) के लिए आप ‘गजेन्द्र-मोक्ष’ स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ भी कर सकते हैं. दोनों में से किसी एक का ही पाठ करें. दोनों ही कर्ज मुक्ति के लिए अमोघ उपाय हैं.
गुलाब का उपाय :– सबसे पहले पांच पूर्ण रूप से खिले हुए गुलाब का फूल ले तथा इसके बाद डेढ़ मीटर सफ़ेद कपडा लेकर इसे अपने सामने बिछा ले. अब इन पांच गुलाबो के फूल को उस सफेद कपडे में बांधकर 21 बार गायत्री मंत्रो का जाप करें तथा इसके बाद उस सफेद कपडे को स्वयं अपने हाथ से किसी नदी में जाकर प्रवाहित कर दे. अति शीघ्र ही कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी.
श्मशान का पानी :– यदि आप लगातार कर्जो में डूबता (karz mukti ke saral upay )जा रहे है तो पीतल का एक लोटा ले तथा अपने पास के श्मशान जाकर उस लोटे में वहां का पानी भर ले. इस श्मशान के पानी को पीपल के पेड़ में डाल ले. यह उपाय हर शनिवार को किया जाना चाहिए 6 हफ्तों में ही आपको आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलेंगे.
विष्णु-लक्ष्मी मंदिर :– सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें. फिर किसी विष्णु लक्ष्मीजी के मंदिर में जाकर मूर्त्ति के सामने रूमाल रखकर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी बारी से उक्त वस्तुओं को उसमें डालते रहें. फिर इनको इकट्ठा करके कहें कि ‘मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए.’ यह क्रिया आगामी 7 सोमवार तक करें.
सियार सिंगी :- यदि आप ऋण से अत्यधिक परेशान है तो थोड़ा सा सियार सिंगी लेकर उसे एक डिब्बी में रख ले तथा प्रत्येक पुष्य नक्षत्र में सिंदूर चढ़ाए. ऐसा करने से शीघ्र ही लाभ प्राप्त होगा, तथा आपको कर्जो से मुक्ति प्राप्त होगी.
तांत्रिक उपाय : दोनों मुट्ठियों में काली राई लें. चौराहे पर पूर्व दिशा की ओर मुंह रखें तथा दाहिने हाथ की राई को बाईं ओर तथा बाएं हाथ की राई को दाहिनी दिशा में फेंक दें. राई फेंकने के पश्चात चौराहे पर सरसों का तेल डालकर दोमुखी दीपक जला देना चाहिए. दीया मिट्टी का रखना चाहिए.
यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम शनिवार को संध्या के समय करें. श्रद्धा द्वारा किया गया यह उपाय अवश्य कर्ज से मुक्ति दिलाता है. एक बार सफलता न प्राप्त हो तो दोबारा फिर कर लेना चाहिए. यह उपाय शनिश्चरी अमावस्या को भी कर सकते हैं.
मिट्टी का उपाय :– मिट्टी का एक दिया लेकर उसमे सरसो का तेल भर ले तथा उसे किसी ढक्क्न द्वारा ढक ले. तथा शनिवार के दिन को उस मिट्टी के दिए को किसी नदी या तालाब के पास जाकर वहां किनारे में एक छोटा सा गढ्ढा खोदकर उस दिए को उसमे डाल दे. यह उपाय किसी लाल किताब के जानकार के परामर्श पर ही करें.