
क्या होता है शनि दोष?
शनि दोष (shani dosh Nivaran ) दरअसल जातक की कुंडली में शनि की उस अवस्था को कहते हैं जिसमें वह कष्टदायक हों। इसके कई रूप हो सकते हैं। चूंकि शनि देव धीमी चाल से चलते हैं इसलिये शनि की मार भी लंबे समय तक पड़ती है। इस लिहाज से शनि की ढ़ैय्या (shani ki dhaiya) , साढ़ेसाती भी शनि दोष ही मानी जाती है।
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शनि दोष निवारण उपाय – shani dosh kaise door kare :
शनिदेव को शांत करने के लिए दान और पूजन का विधान है। शनि की अनिष्टता निवारण के लिए शनिवार को शनिदेव के मंदिर में तेल चढ़ाएं व दान करें। इसके अलावा काले तिल, काली उड़द, लोहा, काले वस्त्र, काली कंबल, छाता, चमड़े के जूते, काली वस्तुएं आदि। शनिदेव के मंदिर के बाहर पुराने जूते और वस्त्रों का त्याग करना भी फायदा देता है।
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इसके अलावा शनिदेव का व्रत रखने से भी शनि प्रसन्न होते हैं। शनि की अनिष्टता निवारण के लिए शनिवार को एकाशना करनी चाहिए। अगर व्रत न कर सकें तो मांसाहार व मदिरापान नहीं करना चाहिए और संयमपूर्वक प्रभु स्मरण करना चाहिए।
शनि मुद्रिका से पहुंचता है लाभ, ज्योतिष विशेषज्ञ की सलाह अनुसार काले घोड़े ( kale ghode ki naal) के खुर की नाल की अभिमंत्रित अंगूठी मध्यमा अंगुली में धारण करनी चाहिए।
शनि पीड़ा निवारण रत्न:- shani dosh nivaran के लिए शनि रत्न नीलम धारण करना चाहिए लेकिन यह केवल तुला, वृषभ, मकर, कुंभ राशि या लग्न के व्यक्तियों को ही धारण करना चाहिए।
शनिदोष के निवारण हेतु शुभ मुहूर्त में अनुष्ठान से अभिमंत्रित किया हुआ शनि यंत्र धारण करने से शनि की पीड़ा शांत हो जाती है।
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Shani Shanti Ke Totke : शनि शांति के टोटके
- शनि व्रत के साथ ही रोज भगवान शिव पर जल चढाये |
- यदि आपको शनि को शांत करना है और धन प्राप्त करना है तो इस के liye जल्द ही निलाम्युक्त शानियत्र लोकेट के रूप में पहने|
- हर शनिवार को शाम के समय शनि के दर्शन करे |
- शनिवार का व्रत 5 या 11 हफ्तों तक लगातार करे |
- काले वस्त्रो और तिल का जितना हो सके दान करे | आपको लाभ मिलेगा |
- तेल और शराब का दान करे | झूठ बिलकुल ना बोले |
- शनि देव को सरसों का तेल चढाये |
- कभी भी शराब और मॉस मछली ना खाये|
- घोड़े की नाल से बनी रिंग को भी अपनी ऊँगली मे पहने
- शनि का शनि यन्त्र धारण कर ले
- घोड़े की नाल का भी प्रयोग करे।